UPDATE CHANDAULI NEWS: डीडीयू मंडल द्वारा पहली बार 2 किलोमीटर लंबा 'त्रिशूल' चलाया गया है। एक साथ तीन मालगाड़ियों को जोड़कर त्रिशूल' बनाया गया।
रेलवे का त्रिशूल परीक्षण
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पूर्व मध्य रेल का पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू मंडल) परिचालनिक दक्षता में वृद्धि को लेकर निरंतर कार्य कर रहा है। इसी क्रम में डीडीयू मंडल द्वारा 29 जुलाई को पहली बार एक साथ तीन मालगाड़ियों का संयोजन 'त्रिशूल' बनाकर परिचालित किया गया। तीनों मालगाड़ियों के डीडीयू यार्ड में परीक्षण के पश्चात गंजख्वाजा में जोड़कर त्रिशूल बनाया गया। जिसकी लंबाई 2 किलोमीटर से अधिक रही। संयोजन के पश्चात WAG12 से परिचालित 'त्रिशूल' को गंजख्वाजा से रात लगभग 20:00 बजे धनबाद मंडल के लिए रवाना किया गया। लगभग चार घंटे में 50 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत गति के साथ बीडी सेक्शन होते हुए लगभग 200 किलोमीटर की यात्रा के बाद गढ़वा रोड में 'त्रिशूल' को आगे धनबाद मंडल को सौंप दिया गया।
परिवहन में आएगी तेजी
विदित हो की रेल परिचालन की दृष्टि से डीडीयू मंडल भारतीय रेल के व्यस्ततम रेल मंडलों में से एक है। रेल परिचालन को गतिमान रखने के साथ धनबाद मंडल से कोयला आदि के त्वरित परिवहन हेतु परीक्षण कर लदान हेतु तैयार खाली मालगाड़ियां नियमित उपलब्ध कराने में डीडीयू मंडल की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। एकसाथ तीन मालगाड़ियों को जोड़कर बने 'त्रिशूल' का सफल परिचालन डीडीयू मंडल की परिचालनिक दक्षता का द्योतक है जिससे माल लदान एवं परिवहन में तेजी लाने में मदद मिलेगी।