VIDEO: चंदौली। नकली नोटों का सौदागर चढ़ा पुलिस के हत्थे, लाखों की फेक करेंसी बरामद।

VIDEO: चंदौली। नकली नोटों का सौदागर चढ़ा पुलिस के हत्थे, लाखों की फेक करेंसी बरामद।

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नकली नोटों के साथ एक गिरफ्तार

यूपी के चंदौली पुलिस ने लाखों रुपये की फेक करेंसी के साथ एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया शातिर लंबे समय से नकली नोटों को बाजारों में खपाने का काम करता था। फिलहाल पुलिस आगे की पूछताछ में जुटी है।

चंदौली में नकली करेंसी के साथ तस्कर गिरफ्तार

 नकली करेंसी का नेटवर्क ध्वस्त

ईद मुबारक,ईद,बबासीर,

चंदौली के धानापुर पुलिस को अपराध व अपराधियों के विरुद्ध एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने नकली नोटों से देश की अर्थव्यवस्था को चपत लगा रहे शातिरों के नेटवर्क पर बड़ा कार्यवाही किया है। जनपद के धानापुर पुलिस ने 1 शातिर अभियुक्त को 3 लाख 75000 रूपये के जाली करेंसी नोट के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया शातिर लंबे समय से नकली नोटों को बाजारों में खपाने का काम करता था। प्रदेश सरकार की अपराध एवं अपराधियों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति पर चलते हुए जनपद चंदौली पुलिस ने नकली करेंसी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है।



मुखबीर की सूचना पर मिली सफलता

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दरसअल, आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए एसपी डॉ0 अनिल कुमार द्वारा अपराध तथा अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है। इसी क्रम में धानापुर पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि धानापुर थाने में दर्ज नकली नोट संबंधित मामले का वांछित अभियुक्त, पीपा पुल के पास जाली नोट व जाली नोट छापने वाली मशीन के साथ मौजूद हैं, और किसी का इन्तजार कर रहा है। मुखबीर की सूचना पर विश्वास करके धानापुर पुलिस ने मुखबिर खास की निशानदेही पर चोचकपुर पुल के पास पहुंच कर उक्त वांछित अभियुक्त को घेराबंदी कर पकड़ लिया।



3 लाख 75 हज़ार के जाली नोट बरामद

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पकड़े गए अभियुक्त से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम गोपाल पांडेय, निवासी बिहार बताया। अभियुक्त की तलाशी ली गयी तो एक कलर प्रिंटर, अलग अलग रंग के इंक, केबल, तीन मुद्रा छापने का पेपर और 03 लाख 75 हजार जाली भारतीय मुद्रा (100 रूपये के 1700 जाली नोट और 500 रूपये के 410 जाली नोट) बरामद हुए।


पहले 2 अभियुक्त हो चुके है गिरफ्तार

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते बीते 3 फरवरी 2024 को धानापुर पुलिस टीम ने 1 लाख 18 हज़ार की जाली करेंसी के साथ दो अभियुक्तों क्रमशः अमरेश पाठक और अरविंद यादव को गिरफ्तार किया था। अभियुक्तों को आवश्यक कार्यवाही के बाद जेल भेज दिया गया। इसी मामले में दो वांछित अभियुक्त फरार चल रहे थे जिनकी तलाश की जा रही थी। जिसमे से एक को अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।


पूछताछ में उगले राज़

पुलिस के अनुसार पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त गोपाल पाण्डेय बताया कि वह तथा उसका भाई गोकुल पाण्डेय, पहले अहमदाबाद में कम्प्यूटर प्रिन्टिंग के माध्यम से साड़ी व कपड़े प्रिन्ट व डिजाईन का कार्य करते थे। कोरोना काल में लाकडाऊन की वजह से फैक्ट्री बन्द हो गयी तो दोनों घर वापस लौट आये। परिवार के पालन पोषण में समस्या होने लगी। आर्थिक तंगी के कारण उनके के मन में खयाल आया कि क्यों न वे, भारतीय जाली मुद्रा, प्रिंटिंग मशीन से छापने का काम करें। 


सोशल मीडिया से जानकारी किया इकट्ठा

अभियुक्त ने बताया कि उन्होंने यूट्यूब आदि संसाधनों से जानकारी इकठ्ठा कर, भारतीय जाली मुद्रा की छपाई का काम शुरू किये। अभियुक्त ने बताया कि भारतीय जाली मुद्रा के छपाई के कार्य मे उच्च कोटी का पेपर इस्तेमाल किया जाता है जो (ए4) साइज का होता है, जो काले रंग का लिफाफा जिसपर JK Excel Bond 80 GSM लिखा है। इसी के कागज जाली रुपये के छपाई मे वे उपयोग करते है। बताया कि जो प्रिंटर मशीन पुलिस ने बरामद किया है, वह उच्च कोटी का प्रिंटर है, जिससे वे पैसे छापते है। एक बार में चार नोटों को एक साथ (ए4) साइज पेपर पर स्कैन कर प्रिंट किया जाता है। फिर बहुत ही बारीकी व व्यवस्थित तरीके से उसी (ए4) साइज पेपर पर दूसरे तरफ चारों नोटों को स्कैन कर प्रिंट कर दिया जाता है। उसके बाद कटर व कैंची आदि उपकरणो के माध्यम से एक पेपर में चार नोट काटकर तैयार कर लिया जाता है। बताया कि, जो चमकीले हरे रंग का सेलो टेप जाली करेन्सी नोट के बीच में पुलिस को मिला है, कैंची से छोटे छोटे टुकड़े काटकर, तार के जगह पर चस्पा कर दिया जाता है, जिससे नोट असली लगने लगते हैं और उसके बाद सभी नोटों की गड्डी बना लिया जाता है।


नकली नोट बेचकर लेते थे असली नोट

अभियुक्त ने बताया कि वे लोग, जाली नोटों को उनके ग्राहकों को बेच देते हैं और उनसे असली नोट ले लेते हैं। बरामद शुदा पांच सौ रूपये की जाली करेंसी नोट को देखा गया तो पाया गया कि आरबीआई लिखित तार जहां होती हैं वहां एक लाईन में छोटे छोटे टुकड़े इसी सेलों टेप को काटकर इस तरह सेट किया गया है कि असली प्रतीत हो रहा है। ग्राहकों के सम्बन्ध में पूछने पर अभियुक्त बे बताया कि बथावर, सकलडीहा निवासी अमरेश पाठक उनका अच्छा ग्राहक है। फिलहाल, वह अभी जेल में बंद है। बताया कि वे अमरेश पाठक से बीस हजार असली रूपये लेते थे और एक लाख के जाली नोट दे देते थे। 


अभियुक्त ने बदला था प्लान

अभियुक्त ने बताया कि चंदौली पुलिस द्वारा नकली नोट बरामद करने के साथ अभियुक्तों की गिरफ्तारी किये जाने पर वे सतर्क हो गए और चंदौली में पैसा छापने तथा चंदौली के बाहर नकली पैसा सप्लाई करने का प्लान बनाया। अभियुक्त ने बताया कि पकड़े न जाये इसलिये, वे लोग अपने ग्राहकों से सिर्फ व्हाट्सएप के माध्यम से बात करते थे और उनको जाली नोट सप्लाई करते हैं। मामले का खुलासा करते हुए एएसपी विनय कुमार ने बताया कि अभियुक्त के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।

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